भारत में वर्षा का न्यूनतम विचलन कहाँ पाया जाता है? उत्तर:
3.
यदि बूँद के भीतर किरणों का दो बार परावर्तन हो, तो लाल तथा बैंगनी किरणों का न्यूनतम विचलन क्रमानुसार 231रू तथा 234रू होता है।
4.
यदि बूँद के भीतर किरणों का दो बार परावर्तन हो, तो लाल तथा बैंगनी किरणों का न्यूनतम विचलन क्रमानुसार 231रू तथा 234रू होता है।
5.
इसके अतिरिक्त लाल तथा बैंगनी रंगों का न्यूनतम विचलन (डीविएशन) क्रमानुसार १३७.२तथा १३९.२होता है अन्य वर्णो के विचलनों का मान इन दोनों के बीच रहता है।
6.
क् तल पर आपतित होती है, तो दाहिने भाग के द्वारा विचलन वही होगा जैसा कि पूर्व में न्यूनतम विचलन के लिये प्रतिबन्ध के समय था।
7.
क् तल पर आपतित होती है, तो दाहिने भाग के द्वारा विचलन वही होगा जैसा कि पूर्व में न्यूनतम विचलन के लिये प्रतिबन्ध के समय था।
8.
यदि बूँद के भीतर किरणों का दो बार परावर्तन हो, जैसा चित्र ३ में दिखाया गया है, तो लाल तथा बैंगनी किरणों का न्यूनतम विचलन क्रमानुसार २३१तथा २३४होता है।
9.
के द्वारा किसी दी गयी तरंग दैर्ध्य की किरण के न्यूनतम विचलन के लिये प्रतिबन्ध है कि आपतित एवं निर्गत किरणें अपने संगत पार्श्व पर समान रूप से झुकी हों जैसा कि चित्रसंख्या १९ (
10.
शंक्वाकार मणि (conical prism) से सभी तरंग दैर्ध्य की रश्मियों (rays of all wave lengths) को एक साथ न्यूनतम विचलन (minimum deviation) की स्थिति में समंजित किया जा सकता है।